Garmin ने अपने Connect IQ स्टोर में Google Maps सेवाओं को एकीकृत करने की अनुमति दी है। इसका मतलब है कि डेवलपर अब Garmin स्मार्टवॉच के लिए ऐसे ऐप बना सकते हैं जो Google Maps के डेटा और सुविधाओं का उपयोग करेंगे। Connect IQ, Garmin स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर्स के लिए ऐप स्टोर है। ये खबर उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो अपनी Garmin स्मार्टवॉच पर बेहतर नेविगेशन चाहते हैं। इस integration के बाद, third-party apps Google के mapping data, directions और location-based services का फायदा उठा पाएंगे।
सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपकी Garmin स्मार्टवॉच पर नेविगेशन और भी सटीक हो जाएगा। इसमें बेहतर मैप्स, ज्यादा detailed points of interest (POIs) और turn-by-turn directions शामिल हो सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे, ये सब कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि ऐप डेवलपर Google Maps सेवाओं को कैसे implement करते हैं। Garmin ने developers को टूल्स दे दिए हैं; अब ये developers पर है कि वो apps को कैसे बनाते हैं।
ये हाल ही में हुआ है। Google Maps टूल्स डेवलपर्स के लिए Connect IQ प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। developers को इन टूल्स का इस्तेमाल करके apps बनाने और release करने में थोड़ा समय लगेगा। आपको Garmin Connect IQ स्टोर में नए या अपडेटेड नेविगेशन ऐप्स की तलाश करनी चाहिए जो Google Maps इंटीग्रेशन का उल्लेख करते हैं। थोड़ा इंतज़ार ज़रूर करना होगा, लेकिन ये इंतज़ार फायदेमंद होगा।
स्मार्टफोन की दुनिया में, स्पेसिफिकेशन्स बहुत मायने रखते हैं। हम प्रोसेसर, Antutu स्कोर, गेमिंग एक्सपीरियंस और AMOLED डिस्प्ले जैसी कुछ खास चीजों पर बात करेंगे। ध्यान रहे कि ये जानकारी फ़ोन की कीमत और मॉडल के हिसाब से अलग-अलग होती है।
प्रोसेसर आपके फ़ोन का दिमाग होता है। Android फ़ोन्स में Qualcomm (Snapdragon), MediaTek (Dimensity), और Samsung (Exynos) जैसे प्रोसेसर मिलते हैं। iPhone में Apple अपने खुद के “A-series” चिप्स (जैसे A16 Bionic) इस्तेमाल करता है। प्रोसेसर की परफॉरमेंस को cores की संख्या (जैसे octa-core) और क्लॉक स्पीड (जैसे 2.8 GHz) से मापा जाता है। ज्यादा संख्या का मतलब आम तौर पर बेहतर परफॉरमेंस होता है।
AnTuTu एक बेंचमार्क ऐप है जो आपके फ़ोन के CPU, GPU, मेमोरी और यूजर इंटरफेस की परफॉरमेंस को टेस्ट करता है। ये एक स्कोर देता है जिससे आप अपने फ़ोन की ताकत का अंदाज़ा लगा सकते हैं। स्कोर फ़ोन के स्पेसिफिकेशन्स के हिसाब से अलग-अलग होते हैं। एक low-end फ़ोन का स्कोर 300,000 से कम हो सकता है, जबकि एक high-end फ़ोन का स्कोर 1,000,000 से ज्यादा हो सकता है।
गेमिंग परफॉरमेंस प्रोसेसर (खासकर GPU), RAM, डिस्प्ले रिफ्रेश रेट और सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन पर निर्भर करती है। Low-end फ़ोन्स में 3D गेम्स खेलने में दिक्कत आ सकती है। Mid-range फ़ोन्स ज्यादातर गेम्स को medium सेटिंग्स पर चला सकते हैं। High-end फ़ोन्स गेम्स को high या ultra सेटिंग्स पर स्मूथ फ्रेम रेट के साथ चला सकते हैं।
AMOLED (Active Matrix Organic Light Emitting Diode) एक तरह की डिस्प्ले टेक्नोलॉजी है। AMOLED डिस्प्ले में वाइब्रेंट कलर्स और हाई कंट्रास्ट होता है। इसमें true blacks होते हैं (pixels को पूरी तरह से बंद किया जा सकता है)। ये एनर्जी एफिशिएंट भी होते हैं और पतले फ़ोन डिज़ाइन के लिए बेहतर हैं। ये mid-range और high-end फ़ोन्स में आम हैं।
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